उत्तर प्रदेश: यूपी में फिर से योगी आदित्यनाथ की सरकार बनते ही 12 जिलों के नाम बदलने का प्रस्ताव तैयार हो गया। जो सिर्फ सीएम और कैबिनेट की मुहर लगने भर में देरी
यूपी के शहरों का नामकरण:उत्तर प्रदेश में फिर से योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद से यूपी के 12 जिलों के नाम बदलने का प्रस्ताव कैबिनेट में पहुंचा था। योगी आदित्यनाथ उर्दू के शब्दों वाले जिलों के नाम सुनना पसंद नहीं करते हैं। योगी सरकार अब उन्हीं नामों को वापस देने को तैयार है, जो पहले शहरों के नाम बदल चुके थे।
योगी आदित्यनाथ पहले ही मीना बाजार को माया बाजार, इलाहाबाद के प्रयागराज और फैजाबाद के अयोध्या में बदल चुके हैं। लेकिन यूपी में अभी भी कई जिले ऐसे हैं, जिनकी पहचान इस्लामिक आतंकियों के नामों से होती है। उर्दू के जिन शहरों और जिलों का नाम बदलने का प्रस्ताव है, वे योगी और उनके मंत्रिमंडल की मुहर से अभी देरी से ही हैं।
यूपी में किन जिलों के नाम बदलने वाले हैं
हालांकि 12 जिलों के नाम बदले जाने हैं, लेकिन शुरुआती दौर में 6 जिलों के नाम बदले जाने हैं। इनमें अलीगढ़ का नया नाम हरिगढ़ या आर्यगढ़, फर्रुखाबाद का नया नाम पांचाल नगर, सुल्तानपुर का नया नाम कुशाभवनपुर, बड़ायू का नया नाम वेद मऊ, फिरोजाबाद का नया नाम चंद्रनगर, शाहजहांपुर का नया नाम शाजीपुर होना तय है।
इतिहास में इन शहरों के नाम एक जैसे हुआ करते थे, बाद में जब इस्लामिक विदेशी आक्रमणकारियों ने राज किया तो उन्होंने अपनी पहचान बदलने के लिए जिलों के नाम बदल दिए। अब योगी सरकार जिलों को वापस पुराने नामों से पहचान करवाना चाहती है।
अन्य 6 जिले ये हैं
उपरोक्त 6 जिलों के नाम जल्द बदले जा सकते हैं। लेकिन 6 और जिले हैं जिनका नाम बदला जा सकता है। मैनपुरी का नया नाम मायान पुरी, संभल का नया नाम पृथ्वीराज नगर, देवबंद का नया नाम देववृंदपुर, गाजीपुर का नया नाम गढ़ीपुर, कानपुर का नया नाम अभी तक सोचा जाना बाकी है और आगरा का नया नाम अग्रवन हो सकता है